tag:blogger.com,1999:blog-1086372297383435532.post3708826409985211877..comments2023-10-02T15:00:22.148+05:30Comments on आलाप: जूं रेंगती नहीं अथवा अहसास नहीं होताAnonymoushttp://www.blogger.com/profile/02514200566679057059noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-1086372297383435532.post-26601557277365022552008-03-29T17:43:00.000+05:302008-03-29T17:43:00.000+05:30अब हम का कहें, हमरी बात तो हमसे पहले ही उड़नतश्तरी ...अब हम का कहें, हमरी बात तो हमसे पहले ही उड़नतश्तरी पर सवार गुरु ने कह दी!!Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1086372297383435532.post-87524237520086421952008-03-29T09:59:00.000+05:302008-03-29T09:59:00.000+05:30जूं पुराण बांचा गया. पहली बार इतने विस्तार से जूं ...जूं पुराण बांचा गया. पहली बार इतने विस्तार से जूं के विषय में जानकारी उपलब्ध हो पाई. इसे दुर्लभ साहित्य की श्रेणी बना कर अलग से सहेज लिया है मय आपकी तस्वीर के. :)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1086372297383435532.post-80140288630564440962008-03-29T06:42:00.000+05:302008-03-29T06:42:00.000+05:30आप जूं जैसी निरीह रक्तचूसक को क्यों निशाने पर ले र...आप जूं जैसी निरीह रक्तचूसक को क्यों निशाने पर ले रहे हैं। समस्या कान और उसकी उत्तरोत्तर विकसित हो रही बनावट के साथ है।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.com