आलाप
राजेंद्र त्यागी का रचना संसार
Wednesday, February 29, 2012
उदास मन
लम्हा-लम्हा जीवन बीता,
कतरा-कतरा मौत मिली।
जब-जब हमने साया मांगा,
तब-तब उनसे धूप मिली।
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